Happy Deepawali 2025. दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें,मंगलकामनायें.आप सबों के जीवन में खुशियाँ,सुख,समृद्धि आये यही माँ लक्ष्मी से प्रार्थना है.
दीपावली (Deepawali / Diwali) — भारत का सबसे प्रमुख और प्रकाशमय त्योहार है। इसका महत्व हिन्दू पौराणिक कथाओं, आध्यात्मिकता, और सामाजिक जीवन — तीनों स्तरों पर गहराई से जुड़ा हुआ है। नीचे इसके हिन्दू पौराणिक महत्त्व को विस्तार से समझाया गया है 👇
🌟 1. भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी (रामायण कथा)
दीपावली का सबसे प्रसिद्ध और प्रमुख कारण यही है।
14 वर्षों का वनवास पूरा कर और रावण का वध कर जब भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण अयोध्या लौटे, तब नगरवासियों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया।
इसलिए दीपावली अंधकार पर प्रकाश, असत्य पर सत्य और अन्याय पर न्याय की विजय का प्रतीक मानी जाती है।
🪔 2. माँ लक्ष्मी की पूजा
यह रात माँ लक्ष्मी (धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी) की आराधना की मानी जाती है।
मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन से माँ लक्ष्मी प्रकट हुईं।
इसलिए लोग अपने घरों को साफ-सुथरा और प्रकाशित रखते हैं ताकि लक्ष्मी जी का आगमन हो सके।
🔱 3. भगवान विष्णु और राजा बलि की कथा
एक अन्य पौराणिक कथा में कहा गया है कि इसी दिन भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि को पाताल लोक भेजा।
तब से यह दिन “बलिप्रतिपदा” के रूप में भी मनाया जाता है, जो दान, विनम्रता और धर्मपालन का प्रतीक है।
🌼 4. भगवान कृष्ण और नरकासुर वध (नरक चतुर्दशी)
दीपावली से एक दिन पहले नरक चतुर्दशी मनाई जाती है।
इसी दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर नामक राक्षस का वध किया, जिससे संसार को भयमुक्ति मिली।
यह घटना सत्य, धर्म और प्रेम की विजय का प्रतीक मानी जाती है।
📿 5. भगवान महावीर का निर्वाण (जैन परंपरा)
जैन धर्म में दीपावली का विशेष स्थान है, क्योंकि इसी दिन भगवान महावीर को निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त हुआ था।
इसलिए यह आत्मज्ञान, मुक्ति और सत्य की ज्योति का प्रतीक माना जाता है।
🔆 6. श्री विष्णु के अनुयायी और गुरु नानक जयंती (अन्य परंपराएँ)
सिख परंपरा में दीपावली का दिन गुरु हरगोविंद सिंह जी की जेल से रिहाई से भी जुड़ा है।
इस कारण यह दिन धार्मिक स्वतंत्रता और प्रकाश के प्रसार का प्रतीक भी है।
🌺 आध्यात्मिक संदेश
दीपावली का मूल संदेश है —
> “अंधकार से प्रकाश की ओर, अज्ञान से ज्ञान की ओर, और बुराई से अच्छाई की ओर बढ़ना।”
यह केवल बाहरी दीपक नहीं, बल्कि अंतरात्मा के प्रकाश का उत्सव है।
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